एलन मस्क की ब्रेन इंटरफेस टेक्नोलॉजी कंपनी न्यूरालिंक ने इस साल के अंत तक इंसान के दिमाग में चिप लगाना शुरू कर देने की अपनी महत्वाकांक्षी योजना का खुलासा किया है. न्यूरालिंक द्वारा विकसित यह न्यूरल इंप्लांट किसी एक्सटर्नल हार्डवेयर के बिना, दिमाग के अंदर चल रही गतिविधि को वायरलेस के माध्यम से प्रसारित कर सकता है.

न्यूरालिंक पिछले साल एक बंदर में, न्यूरालिंक नामक छोटे लचीले धागों से जुड़ा एक कम्प्यूटर चिप लगाकर इसका सफल परीक्षण कर चुकी है. इस चिप की मदद से इस बंदर ने न सिर्फ अपने दिमाग का इस्तेमाल कर पोंग खेल आराम से खेला, बल्कि उसके दिमाग ने खेलते समय डिवाइस से न्यूरॉन्स फायरिंग के बारे में जानकारी हासिल कर यह सीखा कि खेल के दौरान कैसे चाल चलनी है.
कंपनी इस साल ब्रेन चिप का मानव परीक्षण शुरू कर देगी. इसके लिए फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) की मंजूरी आवश्यक है. अगर यह मंजूरी मिल जाती है तो पहले टेट्राप्लाजिक, क्वाड्रिप्लेजिक्स जैसी रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट वाले लोग चिप पा सकेंगे.