एक वफादार जानवर के रूप में जाना जाने वाला डॉगी न सिर्फ मालिक के साथ हमेशा वफादार रहता है, बल्कि पूरे परिवार का एक अच्छा दोस्त और शुभचिंतक भी होता है. हालांकि, वो सब बाते कह नहीं सकता, लेकिन अपने मालिक की परेशानी महसूस कर लेता है और हर बात समझता है.

ऐसा ही एक डॉगी है जम्बो, जो 6 साल कामठी के वासनिक परिवार के साथ एक फेमिली मेंबर की तरह रह रहा है. जब जम्बो उनके परिवार में आया तब वह सिर्फ 23 दिन का था. उनके परिवार के लिए वह दिन सबसे शानदार था, जब वह उनकी बेटी अल्फा को बर्थडे गिफ्ट के रूप में मिला था. तभी से वह सब का लाडला है, हर कोई उसे एक छोटे बच्चे की तरह प्यार करता है.
जैसे – जैसे दिन बीतते गए, जम्बो बड़ा होता गया और इसी के साथ – साथ उसकी मस्ती भी बढती गई. बिस्कुट, दूध, मास उसके फेवरेट फूड हैं. कई बार वह परेशान करने वाली शरारतें भी करता है. एक बार की बात है, जब घर पर सब सो रहे थे तो जम्बो घर के बाहर चला गया. थोड़ी देर बाद जब सब उठे तो देखा कि जम्बो कहीं नहीं दिख रहा था. फिर क्या था, सब उसे ढूंढने लग गए. काफी देर तक जब वह नहीं मिला तो घर के सब लोग उसे खोजने के लिए बाहर चले गए. थोड़ी देर खोजने के बाद जम्बो एक दुकान के बाहर सोया हुआ मिला, जहाँ पर उसके पसंदीदा बिस्कुट मिलते हैं. दुकान बंद थी, इसलिए वह वहीं पर सो गया था. फिर वे लोग उसे उसके पसंदीदा बिस्कुट के साथ घर वापस लाए.
वासनिक कहते हैं कि जैसे पूरा परिवार जम्बो से प्यार करता है, ठीक उसी तरह वो भी उनसे बहुत प्यार करता है. वे लोग जब किसी परेशानी में होते हैं तो उसके साथ खेलने से थोड़ी देर के लिए ही सही पर समस्या को भूल जाते हैं और उस समय उन्हें ख़ुशी का अहसास होता है. – वैष्णवी बोढारे