देश में अधिकतर बड़ी नदियां बहुत खस्ता हाल हैं. केन्द्र सरकार ने इन सूखती—सिकुड़ती नदियों को बचाने के लिए एक नई योजना तैयार की है, ताकि नदी संरक्षण और संवर्द्धन अभियान में तेजी लाई जा सके.

19 हजार, 338 करोड़ रुपए की लागत वाली इस महत्वाकांक्षी पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत तेरह प्रमुख नदियों का पुनरोद्धार किया जाना है. इन नदियों में झेलम, चेनाब, रावी, ब्यास, सतलुज, यमुना, ब्रह्मपुत्र, लूनी, नर्मदा, गोदावरी, महानदी, कृष्णा और कावेरी जैसी बड़ी नदियां शामिल हैं. 24 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों में बहने वाली इन तेरह नदियों में सर्वाधिक पंजाब में हैं.
इस योजना के अंतर्गत 7417 वर्ग किमी वन क्षेत्र वृद्धि की जाएगी, जिससे दस साल में 50.21 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड कम करने में सहायता मिलेगी और बीस साल में 74.76 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड कम हो सकेगी. इसके अतिरिक्त प्रति वर्ष 1889 मिलियन क्यूबिक मीटर भूजल रिचार्ज का लक्ष्य रखा गया है.