अभी तक रोबोट प्रोटोकॉल के हिसाब से दुनिया के मन में यह धारणा है कि रोबोट जानबूझकर किसी इंसान को शारीरिक नुकसान नहीं पहुँचा सकते और किसी भी हालत में उसकी जान नहीं ले सकते. लेकिन, इस सदी में मनुष्य का खुराफाती दिमाग, जिस पैटर्न पर काम कर रहा है, उसे देखते हुए लगता है कि यह सारी बातें सिर्फ किताबों तक ही सीमित रह जाने वाली हैं.

सैन फ्रांसिस्को के लोगों ने किलर रोबोट तैनात करने की स्थानीय पुलिस की योजना के पक्ष में वोट दिया है. दरअसल पुलिस सैन फ्रांसिस्को में ऐसे रिमोट-नियंत्रित घातक रोबोटों का उपयोग करने पर विचार कर रही है, जो आपातकालीन स्थिति में उपद्रवियों को ’ठीक’ कर सकें.
हांलाकि पुलिस का कहना है कि उसके पास आर्म्ड रोबोट नहीं है और न ही उसकी कोई योजना सशस्त्र रोबोट नियुक्त करने की है. लेकिन, प्रस्तावित रोबोट विस्फोटक चार्ज से लैस होंगे जो जीवन दांव पर होने की स्थिति में हिंसक तत्वों को विचलित अथवा अक्षम करने में इस्तेमाल किये जा सकते हैं.
सैन फ्रांसिस्को पुलिस के पास वर्तमान में एक दर्जन ग्राउंड रोबोट हैं, जिनका उपयोग बमों का आकलन करने या कम दृश्यव्य परिस्थितियों में देखने की क्षमता प्रदान करने के लिए किया जाता है.