चीन की सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश में साढ़े तेरह हजार फीट की ऊंचाई पर बन रही सेला सुरंग की खुदाई का काम पूरा हो चुका है और यह इस साल के आखिर तक बनकर तैयार हो जाएगी. 700 करोड़ की लागत से बन रही यह सुरंग, दुनिया की सबसे लंबी डबल लेन रोड टनल है.

317 किलोमीटर लंबे बालीपारा-चारदुआर-तवांग रोड पर कामेंग और तवांग के बीच 1.55 किलोमीटर और 980 मीटर की दो सुरंग बन रही हैं, जो 1.2 किमी की सड़क के जरिए आपस में जुड़ी होंगी. यह सुरंग सभी प्रकार के मौसम के अनुरूप रहेगी और दूरी वह यात्रा समय, दोनों को कम करेगी और भारी बर्फबारी के कारण रास्ता बंद हो जाने की समस्या से निजात दिलाएगी.
उल्लेखनीय है कि लंबी बालीपारा-चाहरद्वार-तवांग सड़क, अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग, पूर्वी कामेंग और तवांग जिलों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र रास्ता है, जिस पर सेला दर्रा स्थित है, जो बर्फबारी के कारण बंद हो जाया करता है. सेला सुरंग निर्माण सम्पन्न हो जाने के बाद यह हर मौसम में खुला रहेगा. और स्थानीय लोगों के साथ सेना भी तवांग सेक्टर स्थित एलएसी तक आसानी से पहुँच सकेगी.