यूक्रेन-रूस युद्ध में नया मोड़, 1210 रूसी सैनिक मारे गए, शांति वार्ता की कोशिशें जारी

यूक्रेन और रूस युद्ध में नया मोड़ आ गया है. अमेरिका जहां रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत कर शांति समझौते की कवायद कर रहा है. वहीं यूक्रेन की सेना जंग के मैदान में लगातार रूसी सैनिकों को मार रही है. पुतिन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर बातचीत से पहले यूक्रेन ने रूस के 1210 सैनिक मार गिराए हैं.
द कीव इंडिपेंडेंट ने रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया है कि जंग के मैदान में 17 मार्च को रूस के 1210 सैनिक मारे गए. 16 मार्च को यूक्रेन ने पुतिन के 1400 से ज्यादा सैनिक मारे. वो भी तब, जब शांति वार्ता के लिए अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ रूस के राजधानी मॉस्को में हैं.
8 लाख 95 हजार सैनिक ढेर
रिपोर्ट के मुताबिक युद्ध में अब तक रूस के 8 लाख 95 हजार सैनिक ढेर हो चुके हैं. अमेरिका से खुफिया जानकारी मिलने के बाद यूक्रेन हर घंटे रूस के 55 से ज्यादा सैनिकों को मार रहा है. यूक्रेन की सेना एक तरफ हवाई ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है तो वहीं चलने वाले ड्रोन के जरिए भी रूसी सैनिकों को युद्ध के मैदान में दौड़ा रही है.
यूक्रेन ने अब तक रूस के एक सबमरीन और 28 बोट को मार गिराया है. 10 हजार से ज्यादा रूसी टैंक नष्ट हो चुके हैं. वहीं रूस ने ओब्लास्ट और खारसेन जैसे इलाकों पर कब्जा कर लिया है.
यूक्रेन का कहना है कि रूस ने उसके 20 प्रतिशत हिस्से को अपने कब्जे में ले लिया है, जिसे छोड़ने के बाद ही शांति की बात की जाएगी.
शांति के लिए शर्तों पर दांव
रूस और यूक्रेन जहां जंग के मैदान में मजबूती से आमने-सामने है. वहीं शांति के लिए शर्तों का दांव भी खेलना शुरू कर दिया है. रूस का कहना है कि जंग के बाद यूक्रेन न्यूट्रल स्थिति में रहे. वहीं नाटो की मेंबरशिप लेने की कवायद न करे.
दूसरी तरफ यूक्रेन का कहना है कि जो जमीन रूसी कब्जे में है, उसे पहले छोड़ा जाए. वहीं रूस अस्थाई के बदले स्थाई शांति समझौते पर हस्ताक्षर करे, जिससे आने वाले पीढ़ी प्रभावित न हो.
वहीं एक पेच शांति सैनिकों की तैनाती को लेकर भी फंसा है. रूस का कहना है कि यूक्रेन में कोई भी देश शांति सैनिकों की तैनाती न करे. ऐसा करना युद्ध की आग में फिर से घी डालने जैसा होगा.