सतना: मध्य प्रदेश के सतना जिले में आयोजित जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान अमरपाटन से कांग्रेस विधायक डॉ. राजेंद्र सिंह ने साधु-संतों और महामंडलेश्वर की तुलना बैल से कर दी, जिससे सियासत गरमा गई है। उनके इस बयान पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने कांग्रेस विधायक के बयान की कड़ी निंदा करते हुए इसे कांग्रेस की सनातन विरोधी मानसिकता बताया है। 

उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "कांग्रेस हमेशा से सनातन धर्म का अपमान करने का काम करती आई है। साधु-संतों को बैल कहना निंदनीय है। यह बयान कांग्रेस पार्टी के असली चरित्र को उजागर करता है।" उन्होंने आगे कहा कि चुनाव में जनता ऐसे बयानों का जवाब देगी और कांग्रेस को इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। साधु-संतों के प्रति हमारी अटूट आस्था और भक्ति है। इन साधु-संतों की वजह से ही सनातन धर्म जिंदा है, लेकिन कांग्रेस लगातार तुष्टीकरण की राजनीति करती रही है। यह बयान भी उसी मानसिकता का नतीजा है। 

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस अल्पसंख्यक वोट बैंक की राजनीति के कारण इस तरह के बयान देती रहती है, लेकिन अब जनता जागरूक हो चुकी है और कांग्रेस की असली सोच को पहचान चुकी है। इस विवाद के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर हमला तेज कर दिया है और विधायक डॉ. राजेंद्र सिंह से माफी मांगने की मांग की है। इसके साथ ही भाजपा सांसद संबित पात्रा ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, "इससे साफ पता चलता है कि इन लोगों को सनातन से लगाव नहीं है और ये सभी सनातन विरोधी हैं। 

अगर कोई हिंदुस्तान में रहकर सनातन का विरोध करता है, अगर उन नेताओं को हिंदुस्तान में रहकर गाय माता की दुर्गंध आती है, अगर वे हिंदुस्तान में रहकर साधु-संतों को आवारा सांड कहते हैं, तो उन्हें हिंदुस्तान में राजनीति बंद कर देनी चाहिए। उन्हें वह जमीन ढूंढनी चाहिए जहां सनातन का अपमान हो सके। यह देश सनातन का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा।"