सूर्य ग्रहण एवं शनि के गोचर के बाद चैत्र नवरात्रि यानी हिंदू नव वर्ष का आगमन होना है. यह 9 दिन का पर्व है जिसमें सनातन धर्म को मानने वाले लोग माता की पूजा करके उन्हें प्रसन्न करते हैं. नवरात्रि के नौ दिनों तक देवी मां का वास धरती पर होता है और मान्यता है की मां अपने सभी भक्तों की मनोकामना पूरी करती है.

राशि अनुसार भोग : चैत्र नवरात्रि के दौरान माता के अलग-अलग नौ स्वरूप की पूजा करने का विधान है. भक्त हर कीमत पर माता को प्रसन्न करना चाहते हैं. माता को तरह-तरह की पकवान आदि का भोग लगाकर उन्हें प्रसन्न किया जाता है. आज हम आपको बता रहे हैं कि यदि आप पूजा के बाद माता को अपनी राशि के अनुसार भोग लगाएंगे तो मां की कृपा अति शीघ्र आपको प्राप्त होगी. आइये विस्तार से जानते हैं कि किस राशि के जातक को माता के लिए क्या भोग लगाना चाहिए.

मेष राशि: लाल रंग के फूल, छुआरे का भोग एवं घी का दीपक अर्पित करें.
वृष राशि: नवरात्रि में माता को सफेद रंग के फूल, चीनी का भोग अर्पित करें.
मिथुन राशि: हरा फल जैसे मौसमी और लाल फूल माता को अर्पित करें.
कर्क राशि: खोया के लड्डू एवं बर्फी के साथ सफेद पुष्प माता को अर्पित करें.
सिंह राशि: गुड़हल के फूल, लाल चुनरी, लाल पुष्प और गुड़ का भोग माता को अर्पित करें.
कन्या राशि: हरे वस्त्र, लाल चुनरी, हरा फल और गुड़ का भोग माता को अर्पित करें.
तुला राशि: सफेद वस्त्र या सफेद चुनरी, चीनी एवं गाय के शुद्ध घी और मिश्री का भोग अर्पित करें.
वृश्चिक राशि: लाल चुनरी और गुड़ के साथ किशमिश का भोग मातारानी को अर्पित करें.
धनु राशि: पीला चुनरी, पीला फूल, अनार या केला का भोग मातारानी को अर्पित करें.
मकर राशि: नीला अपराजिता का पुष्प के साथ माता को खीर का भोग अर्पित करें.
कुंभ राशि: नीला अपराजिता का पुष्प, खीर का भोग एवं गोला की बर्फी मातारानी को अर्पित करें.
मीन राशि: पीला चुनरी, पीला पुष्प, केला के साथ केसर का भोग माता को अर्पित करें.