पंडित सुंदरलाल शर्मा विवि का 20वां स्थापना दिवस समारोह संपन्न हुआ
बिलासपुर। पंडित सुंदरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय का 20वां स्थापना दिवस समारोह 29 मार्च को मनाया गया। विश्वविद्यालय के सिरपुर प्रशासनिक भवन में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंपर्क विश्वविद्यालय, रायपुर के कुलपति प्रो. बल्देव भाई शर्मा शामिल हुए। विशिष्ट अतिथि के रूप में शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ के कुलपति प्रो. एल.पी. पटेरिया उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बंश गोपाल सिंह ने की।
स्वागत भाषण के रूप में अतिथियों का परिचय व स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कुलसचिव भुवन सिंह राज ने विश्वविद्यालय के विकास पथों का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अपने उद्देश्य उच्च शिक्षा आपके द्वार के ध्येय को लेकर लगातार कार्यरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सुदूर क्षेत्रों में जहां स्कूल कॉलेज भी नहीं है उन क्षेत्रों में भी शिक्षा की अलख जगाने का काम मुक्त विश्वविद्यालय कर रहा है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रायगढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एलपी पटेरिया ने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय से उनका पुराना नाता है। वे प्रारंभ काल से ही इस विश्वविद्यालय से जुड़े हुए हैं। अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे कुलपति बनने में पंडित सुंदरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय की अहम भूमिका है।
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उद्बोधन देते हुए कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंपर्क विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बल्देव भाई शर्मा ने स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि सामान्यत: प्यासा कुएं के पास आता है लेकिन इसके ठीक विपरीत पंडित सुंदरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय के ज्ञान का कुआं प्यासे के पास जाता है और वंचितों को शिक्षित कर मजबूत बनाता है। शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि लोकतंत्र तभी सफल होगा जब समाज शिक्षित होगा।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बंश गोपाल सिंह ने अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापकों, अधिकारियों व कर्मचारियों को स्थापना दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिवार के संघर्ष और मेहनत का परिणाम है कि नेक ग्रेड -ए प्लस प्राप्त हुआ है। शिक्षा के मूल उद्देश्य को बताते हुए कुलपति सिंह ने कहा कि सिर्फ डिग्री प्राप्त कर लेना ही शिक्षा नहीं है। शिक्षा हमें विचारशील व विवेकशील बनाता है। अगर यह हमारे आचरण से प्रकट न हो तो ऐसी शिक्षा का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति - 2020 के जल्द से जल्द पूरी तरह लागू होने की भी बात कही। ए+ग्रेड प्राप्त कर देश भर में विश्वविद्यालय का परचम लहराने के विषय पर उन्होंने पुन: इसका श्रेय विश्वविद्यालय परिवार को दिया। उन्होंने उपस्थित लोगों को उद्बोधित करते हुए कहा कि आपके सहयोग के बिना विश्वविद्यालय को यह मुकाम मिल पाना संभव नहीं था।
इसके उपरांत विश्वविद्यालयीन खेलकूद प्रतियोगिता - 2024 के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। आभार प्रदर्शन विज्ञान संकाय के निदेशक प्रोफेसर बी. के. सोनी ने किया, वहीं मंच संचालन अनीता सिंह ने किया। स्थापना दिवस समारोह में पूर्व कार्यपरिषद सदस्य प्रफुल्ल शर्मा, पूर्व कुलसचिव राजकुमार सचदेव, श्रीमती हेमलता शर्मा, क्षेत्रीय निदेशक डॉ. शोभित कुमार बाजपेई, परीक्षा नियंत्रक मनीष कुमार साव, फाइनेंस ऑफिसर जी. एस. जागृति समेत बड़ी संख्या में प्राध्यापकगण, अधिकारीगण व कर्मचारीगण उपस्थित थे।