Ambani: गरीबी के दौर से बाहर निकलने को तैयार भारत...
रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी ने कहा है कि ऐसे समय में जब अनिश्चतता, उतार-चढ़ाव और दुनिया के कई हिस्सों में तनाव का माहौल है भारत को वैश्विक स्तर पर एक शाइनिंग स्पॉट के तौर पर देखा जा रहा है। मुकेश अंबानी ने ये बातें गुरुवार को ऑनलाइन तरीके से आयोजित रिलायंस फैमिली डे फंक्शन 2022 के दौरान कही हैं। उन्होंने कहा कि कमियों, बिखराव और व्यापक गरीबी के युग से भारत समावेशी समृद्धि, अवसरों की प्रचुरता और 1.4 अरब भारतीयों के जीवन की सरलता और गुणवत्ता में अकल्पनीय सुधार के युग में प्रवेश करेगा।
अंबानी ने कहा, “हम अपनी स्वतंत्रता की शताब्दी वर्ष 2047 तक स्थायी और स्थिर तरीके से 40 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकते हैं। यह लक्ष्य यथार्थवादी और प्राप्त करने योग्य है।" उन्होंनें कहा भारत को युवा आबादी,परिपक्व लोकतंत्र और तकनीक की नई शक्ति प्राप्त है।
फैमिली फंक्शन में बोलते हुए अदाणी ने कहा हम ऐसे समय में जी रहे हैं जब दुनिया 21वीं सदी को “भारत की सदी” के रूप में देखने लगी है। अगले 25 साल भारत के 5,000 साल पुराने इतिहास में सबसे ज्यादा परिवर्तनकारी होने जा रहे हैं। भारत व्यापक आर्थिक विकास हासिल करने के लिए तैयार है।
मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज पेट्रोकेमिकल, ऑयल एंड गैस, टेलीकॉम और रिटेल कारोबार से जुड़ी है। ग्रुप का 60 प्रतिशत राजस्व ऑयल रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल कारोबार से आता है। हालांकि ग्रुप ऑयल रिफायनिंग कारोबार पर से अपनी निर्भरता कम करने के लिए रिटेल, टेली कम्यूनिकेशन और तकनीक के क्षेत्र में भी अपना दखल बढ़ा रहा है।
इसी साल की शुरुआत में, अंबानी ने अपनी ₹2.75 ट्रिलियन मेगा निवेश योजनाओं का अनावरण किया और एक उत्तराधिकार योजना की रूपरेखा तैयार की थी। ग्रुप 2027 तक अपना मार्केट वैल्यू मूल्य को दोगुना करना चाहती है।
अंबानी ने यह भी घोषणा की है कि कंपनी भारत की पहली कार्बन फाइबर फैक्ट्री स्थापित करने और पॉलिएस्टर और विनाइल जैसे अन्य क्षेत्रों में क्षमता बढ़ाने के लिए अगले पांच वर्षों में अपने O2C व्यवसाय में ₹75,000 करोड़ का निवेश करेगी। समूह जामनगर में पूरी तरह से एकीकृत नई ऊर्जा विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने की दिशा में ₹75,000 करोड़ का निवेश करने की अपनी प्रतिबद्धता में तेजी लाने की योजनाओं पर भी काम कर रहा है।