भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था पर दुनिया का भरोसा बना हुआ है। दुनिया के कई हिस्सों से नए ऑर्डर मिलने के कारण देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां नरमी के बावजूद अप्रैल, 2024 में 14 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। अनुकूल आर्थिक परिस्थितियों और मजबूत मांग के दम पर एचएसबीसी इंडिया का सेवा कारोबारी गतिविधि सूचकांक पिछले माह 60.8 रहा, जो 2010 मध्य के बाद सर्वाधिक है। मार्च, 2024 में सेवा पीएमआई (खरीद प्रबंधक सूचकांक) 61.2 रहा था।

एचएसबीसी इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा, अप्रैल में भारत की सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में वृद्धि की रफ्तार थोड़ी धीमी रही। इसे घरेलू मांग में उल्लेखनीय मजबूती के साथ नए ऑर्डर और आर्थिक वृद्धि का समर्थन मिला। रिपोर्ट के मुताबिक, घरेलू कंपनियों को दुनिया के विभिन्न हिस्सों से नए ऑर्डर मिले। इससे सितंबर, 2014 में शृंखला शुरू होने के बाद से अंतरराष्ट्रीय बिक्री में दूसरी सबसे तेज वृद्धि रही। पीएमआई का 50 से अधिक रहना गतिविधियों में विस्तार और इससे नीचे का आंकड़ा गिरावट दर्शाता है। 

धीमी रही कर्मचारियों की भर्ती की रफ्तार

नौकरियों के मोर्चे पर रिपोर्ट में कहा गया है कि नए कारोबारी ऑर्डर में तेजी के बीच कुछ घरेलू सेवा प्रदाताओं ने अप्रैल में नई नियुक्तियां की। हालांकि, कुछ कंपनियों ने कहा कि कर्मचारियों की संख्या वर्तमान जरूरतों के लिए पर्याप्त थी। रोजगार सृजन की दर पिछले वित्त वर्ष के अंत की तुलना में धीमी रही।

इनपुट लागत में बढ़ोतरी 

वेतन और उच्च खाद्य कीमतों के कारण अप्रैल में कंपनियों को इनपुट लागत में वृद्धि का सामना करना पड़ा। हालांकि, इसकी रफ्तार मार्च से धीमी रही। इससे कंपनियों का मार्जिन कम हो गया। बढ़ी लागत की भरपाई के लिए कंपनियों ने लागत का आंशिक बोझ ग्राहकों पर डाल दिया।

कारोबारी भरोसा तीन महीने में सबसे ज्यादा

एक साल आगे के दृष्टिकोण के लिहाज से सेवा क्षेत्र की कंपनियों के बीच कारोबारी भरोसा अप्रैल में बढ़कर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। भंडारी ने कहा, मार्केटिंग संबंधी प्रयासों और दक्षता में वृद्धि के साथ प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण की योजना एवं मांग की स्थिति अनुकूल रहने से कारोबारी आशावाद को बढ़ावा मिला है।