संभाग का पहला नि:शुल्क बर्तन बैंक का शुभारंभ
बिलासपुर । बैंक अब महज रूपयों-पैसों तक सीमित नहीं रह गया। कुछ नया करने की सोच रखने वाले लोगो ने इस अवधारणा को बेहतर ढंग से इस्तेमाल किया है। अब तक कपड़ा बैंक या रोटी बैंक तो सुना ही होगा आपने, आज जानिए बर्तन बैंक के बारे में। यह अपनी तरह का ऐसा बैंक है जिससे न सिर्फ आप बल्कि पर्यावरण को भी फायदा होगा। नो सिंगल यूज प्लास्टिक अभियान को बढ़ावा देने वाले सामाजिक संस्था विश्वाधारम के अध्यक्ष चंद्रकांत साहू ने यह पहल किया है। जो की आज बिलासपुर संभाग का पहला नि:शुल्क बर्तन बैंक का शुभारंभ किया गया, आज का यह कार्यक्रम प्रयास अकादमी के सभागार में आयोजित किया गया, जहा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विश्व हिंदू परिषद के प्रांत कार्यकारी अध्यक्ष चंद्र शेखर वर्मा ने बताया की यह पहल प्लास्टिक से मुक्ति के लिए जन आंदोलन बनेगा, आने वाले समय में इस सेवा को और आगे बढ़ाने पर जोर भी दिया, विशिष्ठ अतिथि विभाग कार्यवाह गोवर्धन देवांगन, मुख्य सामग्री प्रबंधक रेलवे नवीन सिंह, प्रयास अकादमी के संचालक सचिन यादव, जिला मीडिया प्रभारी भाजपा प्रणव शर्मा, वंदे मातरम मित्र मंडली संयोजक महेंद्र जैन, समाज सेवी कमल छाबड़ा, श्रद्धा रानी साहू सम्मिलित हुवे, संस्था प्रमुख ने बताया की छोटे-छोटे मांगलिक कार्यों में लोग थर्माकोल और प्लास्टिक के बर्तन उपयोग करते हैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान होता है। इसमें कई चीजें प्लास्टिक की होती हैं। हमने बर्तन बैंक की शुरुआत उन लोगों के लिए की है जो इसका इस्तेमाल करने के बाद नो प्लास्टिक मिशन को बढ़ावा दें।
बर्तन बैंक का संचालन बहतराई चौक से किया जायेगा,
साहू ने बताया कि आने वाले दिनों में शहर के विभिन्न स्थानों पर इस बैंक को संचालित किया जाएगा इसमें हमें लोगों का सहयोग चाहिए क्योंकि कोई भी काम बिना जनभागीदारी के सफल नहीं होता। हम चाहते हैं कि इस बैंक का विस्तार यहां के लोग ही करें। छोटी पहल से बड़ी कामयाबी मिलती है। बर्तन बैंक के शुभारंभ के अवसर पर वंदे मातरम मित्र मंडली के द्वारा 21000? व रोटी बैंक बिलासपुर की ओर से 3100? का सहयोग सेवा के विस्तार हेतु दान किया गया, यह सेवा कोई भी आम जन 24 घंटे पूर्व बुकिंग करा के ले सकता है 9827767903 इस नंबर के माध्यम से आप बर्तन का सेवा ले सकते है, आज के इस कार्यक्रम में अनेक समाज सेवियों का सम्मान भी किया गया, कार्यक्रम का संचालन प्रयास पब्लिक स्कूल की उप प्राचार्य श्रीमती शांति मानिकपुरी ने किया, कार्यक्रम में अनुराग, जितेंद्र, कुलदीप, गोपाल, रंजीता का भरपूर सहयोग रहा।