विदेशी निवेश आने के कारण भारतीय मुद्रा में कम हुई गिरावट....
डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में बुधवार को शुरुआती कारोबार में 7 पैसे की गिरावट देखने को मिली है। इस कारण डॉलर के मुकाबले रुपया 82.08 पर चल रहा है। अमेरिकी मुद्रा की कीमत में इजाफा होने की वजह डॉलर की मांग में बढ़त होना है। हालांकि, विदेशी निवेश आने के कारण भारतीय मुद्रा में गिरावट कम हुई है। इंटरबैंक फॉरने एक्सचेंज के मुताबिक, डॉलर 82.05 पर खुला था और इसके बाद तुरंत शुरुआती कारोबार में ही 82.08 पर फिसल गया। इस प्रकार डॉलर के मुकाबले रुपये में 82.08 पर खुला। मंगलवार के कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले घरेलू मुद्रा 82.01 पर बंद हुई थी।
डॉलर इंडेक्स मजबूत
अमेरिकी मुद्रा की मजबूती बताने वाला डॉलर इंडेक्स 0.08 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 103.12 पर कारोबार कर रहा है। डॉलर इंडेक्स दुनिया की छह करेंसी के खिलाफ अमेरिकी मुद्रा की मजबूती को दर्शाता है। कच्चे तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.59 प्रतिशत गिरकर 75.80 प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। भारतीय रुपया पिछले कुछ समय से सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है। इसके पीछे की वजह विदेशी फंड्स का भारतीय शेयर बाजार में लगातार निवेश करना है। आने वाले समय में अमेरिका के पेरोल डाटा का असर डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत पर पड़ सकता है।
भारतीय बाजार में कारोबार
खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 58.39 अंक या 0.09 प्रतिशत गिरकर 65,420 अंक या निफ्टी 11.80 अंक या 0.06 प्रतिशत गिरकर 19,378.30 अंक पर कारोबार कर रहा है। एफआईआई की ओर से मंगलवार के कारोबारी सत्र में 2,134.33 करोड़ रुपये की खरीदारी की गई थी। भारतीय बाजारों में पिछले पांच कारोबारी सत्र से मजबूती देखी जा रही है। इस दौरान निफ्टी करीब 500 अंक के करीब बढ़ चुका है।