Mid Cap Fund भी है निवेश का अच्छा ऑप्शन....
अगर आप भी अपने पैसे को इंवेस्ट करना चाहते हैं तो आप म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर सकते हैं। आप म्यूचुअल फंड्स में पैसा लगाकर बेहतर रिटर्न पाना चाहते हैं तो आप मिड-कैप इक्विटी फंड में भी निवेश कर सकते हैं। मिड-कैप फंड ने पिछले 1 साल में 36 फीसदी तक का रिटर्न दिया है। आप इस फंड में तब ही निवेश करना जब आप रिस्क ले सकते हैं। इसका मतलब ये है कि यहां आपको लाभ के साथ साथ की बार जोखिम का भी सामना करना पड़ सकता है। आइए हम आपको इस फंड के बारे में बताते हैं।
मिड-कैप फंड क्या है
मिड-कैप इक्विटी फंड को मिड-कैप म्यूचुअल फंड भी कहा जाता है। ये मिड-कैप कंपनियों के शेयर होते हैं, निवेशक इन ही शेयरों में इंवेस्ट करते हैं। सेबी द्वारा निर्धारित नियमों के तहत मार्केट कैपिटलाइजेशन में 101वीं से 250वीं सबसे बड़ी कंपनियों के बीच है। इन फंडों में जोखिम और रिटर्न दोनों का मिश्रण होता है। जब आप इन कंपनियों के शेयर में निवेश करते हैं तो बाजार में हो रहे बदलाव का असर आपके निवेश पर पड़ता है।
रिस्क लेने पर ही करें इंवेस्ट
मिड-कैप में लार्ज कैप फंड की तुलना में ज्यादा जोखिम होता है। ऐसे में इस फंड में उन ही निवेशकों को निवेश करना चाहिए जो रिस्क ले सकते हैं। अगर आप लंबे समय तक इस फंड में निवेश करते हैं तो ये आपके लिए यह फायदेमंद हो सकता है। आपको इस फंड में 2 साल से 5 साल के लिए इंवेस्ट करना चाहिए। वैसे तो मिड-कैप ने लार्ज कैप की तुलना में बेहतर प्रदर्शन दिया है, लेकिन ये फंड बाजार में गिरावट आने के बाद गिर सकते हैं।
इतना ही करें निवेश
कई एक्सपर्ट के मुताबिक आपको इस फंड में अपने पोर्टफोलियो का 20 फीसदी से 30 फीसदी तक का ही इंवेस्ट करना चाहिए। मान लीजिए कि आपके पास 1000 रुपये हैं तो आपको इस फंड में 200 रुपये से 300 रुपये तक का ही इंवेस्ट करना चाहिए। इसके साथ ही आपको इस फंड में लंबे समय तक निवेश करना चाहिए।
म्यूचुअल फंड के साथ इसमें भी करें निवेश
म्यूचुअल फंड में निवेश करने के वजाए आपको सिस्टमेंटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) में निवेश करना चाहिए। एसआईपी में आप हर महीने एक फिक्सड अमाउंट लगाते हैं। ऐसे में रिस्क कम होता है साथ ही बाजार के उतार-चढ़ाव का असर भी नहीं पड़ता है।
मिड-कैप फंड्स के फायदे
मिड-कैप में निवेश करने वाली कंपनियों में लार्ज-कैप की तुलना में ज्यादा संभावना है।
स्मॉल कैप स्टॉक में अस्थिरता ज्यादा होती है, वहीं मिड कैप में अस्थिरता कम होती है।
मिड-कैप आपके पोर्टफोलियों में विविधता लाने में हेल्प करता है।