मोहिनी हत्याकांड में नया खुलासा
सेवानिवृत आईएएस देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या कर लूट की वारदात का खुलासा करने में पुलिस चंद कदम दूर है। पुलिस को पुख्ता सबूत मिल गए हैं। पुलिस सबूतों का सत्यापन करने में जुटी है। वारदात में इस्तेमाल नीले रंग की स्कूटी के मालिक की भी पहचान कर ली है। उससे भी पुलिस पूछताछ कर रही है।इंदिरानगर सेक्टर 20 में शनिवार सुबह सेवानिवृत आईएएस देवेंद्र दुबे के घर में घुसकर बदमाशों ने उनकी पत्नी मोहिनी की हत्या कर दी थी। इसके बाद अलमारी में रखे जेवरात और नकदी लूट ले गए थे। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस खुलासे के करीब पहुंच गई है। आईएएस देवेंद्र दुबे के चालकों पर शक गहराया है। कई पुख्ता सुबूत उनकी ओर इशारा कर रहे हैं। दोनों चालकों रवि और अखिलेश से सोमवार को पुलिस ने लंबी पूछताछ की। दोनों के अलावा और भी कई लोगों से पुलिस ने पूछताछ की है। उधर, सीसीटीवी फुटेज से पता चला था कि बदमाश नीले रंग की स्कूटी से आए थे और उसी से भागे थे। सूत्रों के मुताबिक, मुख्य आरोपी ने अपने परिचित की स्कूटी का इस्तेमाल किया। नंबर प्लेट निकाल दी थी। स्कूटी पुलिस ने बरामद कर ली है।
खुद चला रहा था स्कूटी
फुटेज में जो बदमाश स्कूटी चलाते दिख रहा है उसकी भी पहचान हो गई है। सूत्रों के मुताबिक देवेंद्र का करीबी ही स्कूटी चला रहा था। पुलिस इसकी तस्दीक करने में जुटी है।
लूट करना ही था मकसद
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में सामने आया कि बदमाशों का मकसद लूट करना ही था। घटना के वक्त मोहिनी ने विरोध किया तो उनकी हत्या कर दी। वारदात में कुल कितने लोग शामिल थे, साजिश किसने रची, इन सभी सवालों के जवाब पुलिस तलाश रही है। मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल से पुख्ता साक्ष्य मिले हैं।
ये भी होने की आशंका
सूत्रों का ये भी कहना है कि अंदेशा है कि परिचित शख्स पहुंचा था, इसलिए मोहिनी ने दरवाजा खोल दिया। इस दौरान मौका पाकर परिचित जेवरात व नकदी आदि बटोरने में जुट गया। तभी मोहिनी ने उसे देख लिया। विरोध करने पर उन्हें मार दिया। मोहिनी की हत्या करने तक जितने जेवरात व नकदी बटोरी थी, उतना ही लेकर वह भाग निकला। यही वजह है कि तमाम जेवरात व 90 लाख की नकदी वह खोज ही नहीं पाया। हालांकि, जब पुलिस वारदात का खुलासा करेगी तब ये सभी तथ्य स्पष्ट होंगे।
साजिशकर्ता कोई और है या नहीं...इस पहलू पर जांच
पुलिस संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। ये भी पता कर रही है कि वारदात में यही लोग शामिल हैं या फिर पर्दे के पीछे कोई साजिशकर्ता भी है। सभी से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है। उनके मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल और लोकेशन भी देखी जा रही है।
ये था मामला
आपको बता दें कि लखनऊ के इंदिरानगर के सेक्टर-20 में शनिवार सुबह बदमाशों ने दिनदहाड़े घर में घुसकर सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या कर लूटपाट की थी। देवेंद्र गोल्फ खेलकर घर पहुंचे तो पहली मंजिल पर पत्नी का शव पड़ा देखा। दुपट्टे से गला कसा था और सिर पर भारी चीज से वार किया गया था। पुलिस, डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम ने छानबीन की। सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही हैं। वारदात के खुलासे के लिए पांच टीमों को लगाया गया है। सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की पहली पत्नी मीना का निधन हो चुका है। वे इंदिरानगर के सेक्टर-20 में मकान नंबर 20/31 में दूसरी पत्नी मोहिनी दुबे (58) के साथ रहते थे। देवेंद्र प्रयागराज के मंडलायुक्त के साथ रायबरेली व कई जिलों के डीएम रह चुके हैं। सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या व लूटपाट करने वाले बदमाश घात लगाए बैठे थे। जैसे ही देवेंद्र ड्राइवर के साथ कार से गोल्फ खेलने के लिए निकले, नीली स्कूटी सवार सोसाइटी में दाखिल हो गए। दूधिये के जाते ही बदमाश देवेंद्र के घर पहुंचे और 45 मिनट में घटना को अंजाम दे दिया था। जानकारी के अनुसार, देवेंद्र सुबह करीब सात बजे घर से निकले थे। इसके 12 मिनट बाद दूधिया इमरान देवेंद्र के घर दूध लेने आया था। दूधिये के मुताबिक, मोहिनी ने उससे दूध लिया और घर के अंदर चली गईं थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दूधिये के जाने के बाद 7:15 से 7:20 बजे के बीच बदमाश देवेंद्र के घर पहुंचे और करीब आठ बजे बदमाश घर से बाहर निकल गए। लगभग 45 मिनट तक घर में रहने के दौरान बदमाशों ने मोहिनी की हत्या की और जेवरात लूटे। पुलिस के मुताबिक, किचन में दूध रखा हुआ था। गैस जल रही थी। अंदेशा है कि जब मोहिनी दूध गर्म करने किचन में पहुंची और गैस जलाई थी उसी दौरान बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। इससे गैस जलती रह गई।
गेट खुला नहीं छोड़ती थीं
परिवार वालों ने बताया कि जब भी देवेंद्र घर से बाहर जाते थे मोहिनी तुरंत घर के सभी दरवाजों को बंद कर लेती थीं। अगर कोई आता भी था तो तस्दीक करने के बाद ही वह दरवाजा खोलती थीं। साफ है कि कोई परिचित आया। तभी मोहिनी ने दरवाजा खोला।
2007 में मोहिनी से की थी दूसरी शादी
देवेंद्र की पहली पत्नी मीना की 2004 में मौत हो गई थी। 2007 में उन्होंने कैंट सदर निवासी मोहिनी से दूसरी शादी की। मोहिनी महिला सशक्तीकरण संबंधी एनजीओ चलाती थीं। देवेंद्र 2009 में सेवानिवृत्त हुए थे। देवेंद्र के पहली पत्नी से दो बेटे हैं। जिसमें बड़ा बेटा प्रांजल है। जो परिवार के साथ नोएडा में रहते हैं। पिता के दूसरी शादी करने के बाद से एक तरह से उन्होंने खुद को अलग कर लिया था। पिता से मतलब नहीं रखते हैं। वहीं छोटा बेटा प्रतीक तकरोही में रहते हैं। एसीपी गाजीपुर के मुताबिक शराब के लती प्रतीक को देवेंद्र ने बेदखल किया है। मोहिनी से देवेंद्र को कोई बच्चा नहीं है।