मतगणना की ड्यूटी के लिए अधिकारियों का रैण्डमाईजेशन से किया गया चयन
बिलासपुर । विधानसभा चुनाव के लिए 3 दिसम्बर को आयोजित मतगणना कार्य में ड्यूटी के लिए रैण्डमाईजेशन के जरिए अधिकारी-कर्मचारियों का चयन किया गया। एनआईसी कार्यालय में कलेक्टर अवनीश शरण एवं रिटर्निंग अफसरों की मौजूदगी में प्रथम रैण्डमाईजेशन के तहत यह कार्य पूर्ण किया गया। रिजर्व टीम मिलाकर 143 मतगणना दलों के लिए लगभग 500 कर्मचारी मतगणना कार्य को अंजाम देंगे। प्रथम रैण्डमाईजेशन के अंतर्गत मतगणना करने वाले कर्मचारियों के नाम का केवल चयन हुआ है। उन्हें किन विधानसभा क्षेत्रों में और किस टेबल में ड्यूटी निभानी है, इसकी जानकारी अभी किसी को नहीं है। मतगणना तिथि के एक दिन पूर्व उन्हें विधानसभा क्षेत्र और मतगणना के दिन 3 दिसम्बर को ही सवेरे टेबल की जानकारी दी जायेगी।
ये दोनो प्रक्रियाएं ऑबजर्वर की मौजूदगी में रेण्डमाईजेशन के जरिए आवंटित किया जायेगा। प्रत्येक विधानसभा के इव्हीएम मतों की गणना के लिए कक्ष में 14-14 टेबल लगाए जा रहे हैं। पोस्टल बैलेट्स एवं इटीपीबी मतों की गणना अलग टेबलों में की जायेगी। मतगणना ड्यूटी में लगे कर्मियों की 25 नवम्बर को मल्टीपर्पज स्कूल में सवेरे 11 बजे से प्रशिक्षण आयोजित की गई है। एनआईसी के उप निदेशक मनोज कुमार सिंह ने चुनाव आयोग के साफ्टवेयर में रैण्डमाईजेशन की प्रक्रिया पूर्ण की। इस अवसर पर जिला पंचायत के सीईओ अजय अग्रवाल, उप जिला निर्वाचन अधिकारी शिवकुमार बनर्जी सहित सभी छह विधानसभा क्षेत्रों के रिटर्निग अफसर उपस्थित थे।