शत्रुघ्न सिन्हा की 1978 में आई फिल्म विश्वनाथ के डायलॉग बोलकर सभी को किया चकित....
अनुपम खेर और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की नागपुर में मुलाकात हुई है। अभिनेता ने इंस्टाग्राम पर कार्यक्रम का एक संक्षिप्त वीडियो शेयर किया है। अभिनेता अनुपम खेर ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मंच पर एक्ट करने के लिए कहा। इसके बाद, भाजपा नेता ने शत्रुघ्न सिन्हा की 1978 में आई फिल्म विश्वनाथ के डायलॉग बोलकर सभी को चकित कर दिया है।
अनुपम खेर और नितिन गडकरी के बीच क्या बातचीत हुई है?
नागपुर में रायसोनी ग्रुप द्वारा आयोजित जीएच रायसोनी मेमोरियल टॉक के एक सेशन के दौरान अनुपम खेर और नितिन गडकरी एक साथ मंच पर बैठे नजर आए। अनुपम ने रविवार को इंस्टाग्राम पर अपनी बातचीत की एक क्लिप शेयर की है। क्लिप की शुरुआत अनुपम खेर कहते है, "क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि मैं हमेशा बोलता हूं- जिंदगी में कुछ भी हो सकता है। आज मंच पर, अनुपम खेर, नितिन गडकरी जी से एक्टिंग करवाने वाले हैं।"
शत्रुघ्न सिन्हा की किस फिल्म का डायलॉग नितिन गडकरी ने बोला है?
इसपर केंद्रीय मंत्री ने हंसते हुए हिंदी में कहा, ''राजनेता तो अभिनेता होते हैं।'' अनुपम खेर ने इसपर हंसते हुए जवाब दिया, "नहीं, नहीं। मैं आपको अभिनेताओं और राजनेताओं के बीच का अंतर बताऊंगा, लेकिन पहले, आपको ये डायलॉग पूरे करने होंगे। एक्शन।" इसपर नितिन गडकरी कहते है, "दीवार का एक डायलॉग बहुत फेमस है, लेकिन मुझे शत्रुघ्न सिन्हा की फिल्म का एक डायलॉग याद है। जली को आग कहते हैं, बुझी को राख कहते हैं, जिस राख से बारूद बने उसे विश्वनाथ कहते हैं।"
अनुपम खेर ने शत्रुघ्न सिन्हा के डायलॉग पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
अनुपम ने हंसते हुए कहते है, "वाह-वाह।" केंद्रीय मंत्री ने कहा, "मुझे फिल्मों में लड़ाई के सीन में दिलचस्पी होती थी।" क्लिप शेयर करते हुए अनुपम खेर ने लिखा है, ''कल नागपुर में एक कार्यक्रम के तहत आदरणीय नितिन गडकरी जी के साथ अलग-अलग विषयों पर लंबी और दिलचस्प बातचीत का मौका मिला। बहुत सारी चीजें सीखने को मिलीं।' लेकिन उनसे डायलॉग बुलवाना मेरे लिए बहुत दिलचस्प था! इसके लिए धन्यवाद नितिन गडकरी जी!" अनुपम खेर फिल्म अभिनेता है। उन्होंने कई फिल्मों में अहम भूमिका निभाई है। उनकी फिल्में काफी पसंद की जाती है।