मेघालय हनीमून मर्डर: सोमन रघुवंशी का दावा- 'पति को मारा, फिर किडनैप कर गाजीपुर लाए'

मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले राजा रघुवंशी की शिलॉन्ग में लाश मिलने के बाद से ही लगातार उसकी पत्नी सोनम की तलाश की जा रही थी. इंदौर से लेकर शिलॉन्ग तक पुलिस इस केस को सुलझाने की कोशिश में जुटी हुई थी. आखिरकार इस केस में सोनम का पता चल गया है. मेघालय के डीजीपी के बयानों की मानें तो सोनम ही अपने पति की हत्या की साजिश में शामिल है लेकिन सोनम ने यूपी के गाजीपुर में ढाबे वाले को जो कहानी सुनाई है उससे यह पूरा मामला उलट समझ में आ रहा है.
पुलिस की थ्योरी के मुताबिक सोनम रघुवंशी का राज नाम के शख्स के साथ अफेयर था. ऐसे में सोनम ने राज के साथ मिलकर हत्यारों को सुपारी दी और राजा रघुवंशी की हत्या करवा दी. लेकिन, इस मामले में एक बड़ा खुलासा तब हुआ जब सोनम ने गिरफ्तारी से पहले एक ढाबे वाले को अपनी कहानी बयां की. सोनम गिरफ्तार होने से पहले गाजीपुर के काशी ढाबा पर पहुंची थी. यहां पर उसने ढाबे वाले को अपनी पूरी कहानी बताई और एक फोन करने के लिए उसका फोन मांगा.
सोनम ने ढाबे वाले से फोन लेकर अपने भाई को कॉल किया था और इसके बाद उसने कथित तौर पर सरेंडर किया है. पुलिस ने फिलहाल उसे हिरासत में रखा है और पूछताछ की जा रही है. गाजीपुर में काशी ढाबा चलाने वाले साहिल यादव ने बताया है कि सोनम जब वहां पहुंची तो वो बहुत घबराई हुई थी और रो-रोकर अपनी कहानी बता रही थी. सोनम ने साहिल से कहा कि शिलॉन्ग में उसके साथ लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया है. इसके बाद उसकी आंखों के सामने ही उसके पति की हत्या की गई है.
फैमिली से मांगी मदद फिर ढाबे वाले के पास पहुंची
साहिल यादव ने बताया कि जब सोनम भागते हुए उनके ढाबे पर आई थी तो कुछ लोग उनके ढाबे पर खाना खा रहे थे. उनमें एक महिला भी शामिल थी. सोनम पहले भागते हुए उनके पास गई थी और मदद के लिए कहा था. सोनम ने उनसे भी मोबाइल मांगा था. जब उन्होंने मदद करने से मना कर दिया तो सोनम ने साहिल से मोबाइल मांगा था और कुछ बात करने को कहा था. ढाबे वाले ने कहा कि सोनम को उसने मोबाइल दे दिया जिसके बाद सोनम ने कॉल किया.
साहिल ने भी की सोनम के भाई से बात
ढाबा संचालक साहिल ने बताया कि सोनम ने जब उनके मोबाइल से कॉल किया था तो वह फूट-फूट कर रोने लगी थी. उसने फोन पर कहा हेलो भैया… इसके बाद उसने साहिल से भी भाई की बात करवाई थी. साहिल ने उसके भाई को ढाबे का पता दिया था और उन्होंने कहा था कि वह जल्द से जल्द वहां पहुंच रहे हैं. इसके बाद फोन कट गया था. साहिल से रहा न गया और उसने सोनम से पूछा कि क्या हुआ है? इस पर सोनम ने बताया कि उसकी शादी मई में हुई थी. इसके कुछ दिन बाद ही वह अपने पति के साथ मेघालय घूमने गई थी. वहां पर उसके जेवर लूटने की कोशिश की गई.
आंखों के सामने पति को मार डाला
सोनम ने ढाबे वाले को रोते हुए बताया कि जो लुटेरे उनके पास आए थे उन्होंने पहले जेवर लूट लिए. इसके बाद सोनम के सामने ही राजा की बेरहमी से हत्या कर दी. हत्या के दौरान सोनम बेहोश हो गई थी. हत्यारे सोनम को उठा ले गए और उसे एक कमरे में कई दिनों तक बंद रखा. अपहरण करने के बाद सोनम को आरोपी गाजीपुर लाए और यहां छोड़कर चले गए. जब ढाबे वाले ने उससे पूछा कि वह ढाबे तक कैसे पहुंची तो उसने कुछ नहीं बोला. सोनम ढाबे पर रात करीब 1 बजे पहुंची थी जहां पर पुलिस 3 बजे के करीब पहुंची और सोनम को अपने साथ ले गई.