नई ‎दिल्ली । भारतीय रिजर्व बैंक की नवीन रिपोर्ट के मुताबिक क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल में भारत में जोरदार बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पिछले पांच सालों में क्रेडिट कार्ड की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा होकर लगभग 10.80 करोड़ हो गई है। डिजिटल भुगतान में भी भारत में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। कैलेंडर वर्ष 2013 में 222 करोड़ डिजिटल लेन-देन होते थे, जो कैलेंडर वर्ष 2024 में 20,787 करोड़ से अधिक हो गए। भारत में डिजिटल भुगतान की मात्रा में 45.9 प्रतिशत व मूल्य में 10.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस बढ़े हुए इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ पेमेंट सिस्टम और छूटी कार्ड में रूपये की वृद्धि बना रहता है। आरबीआई ने यूपीआई को दूसरे देशों की फास्ट पेमेंट सिस्टम से जोड़ने की कई कोशिशें की हैं, जिससे सीमा पार रेमिटेंस पेमेंट को बढ़ाया जा सके। भूटान, फ्रांस, मॉरीशस, नेपाल, सिंगापुर, श्रीलंका और यूएई में क्यूआर कोड के माध्यम से भारतीय यूपीआई ऐप का इस्तेमाल करके व्यापारियों को भुगतान सक्षम किया गया है। इनोवेशन और रेगुलेटरी सपोर्ट के साथ भारत का पेमेंट सिस्टम दुनिया भर में सबसे आधुनिक में से एक बन गया है। केंद्रीय बैंक के डिप्टी गवर्नर टी. रबी शंकर ने कहा कि भुगतान क्षेत्र में इनोवेशन को प्रोत्साहित करना बैंक की नीति है। भारत में खुदरा डिजिटल भुगतान वित्तीय वर्ष 2012-13 से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2023-24 में 16,416 करोड़ से अधिक हो गया है, यानी 12 वर्षों में लगभग 100 गुना बढ़ोतरी हुई है।