पैसे की तंगी नहीं रहेगी, अगर जेठ माह में मंगलवार को करेंगे ये उपाय, बरसेगी हनुमानजी की कृपा
आज से जेठ माह का प्रारंभ हो रहा है. जेठ का महीना भगवान बजरंगबली को समर्पित रहता है. क्योंकि, इस महीने में पड़ने वाले मंगलवार को बुढ़वा या बड़ा मंगल कहा जाता है. माना जाता है कि मंगलवार को भगवान बजरंगबली की पूजा आराधना करने से सभी प्रकार के कष्ट समाप्त हो जाते हैं. बुढ़वा मंगल को हनुमान जी के वृद्ध स्वरूप की पूजा आराधना की जाती है.
इस दिन विधि विधान के साथ बजरंगबली की पूजा आराधना करनी चाहिए.बुढ़वा मंगल को भगवान बजरंगबली की पूजा आराधना विशेष तरीके से करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. तोह आईये देवघर के ज्योतिषआचार्य से जानते है की कब है बुढ़वा मंगल और क्या शुभ योग बन रहा है, किस विधि से पूजा आराधना करनी चाहिए?
क्या कहते है देवघर के ज्योतिषआचार्य
देवघर के प्रसिद्ध ने से कहा कि जेठ के महीने में पड़ने वाले सभी मंगलवार को बुढ़वा मंगल कहते हैं. पहले बुढ़वा मंगल 28 जून को पड़ने वाला है. इस दिन ब्रह्म योग का भी निर्माण हो रहा है. ब्रह्म योग में हनुमान जी की पूजा बेहद शुभ फलदाई होता है. इस दिन भगवान बजरंगबली की पूजा आराधना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. कार्यक्षेत्र में तरक्की के योग बनते हैं. बुढ़वा मंगल के दिन भगवान बजरंगबली को पूजा आराधना करने के वक्त हनुमान साठीका का पाठ करना चाहिए. इससे आप जीवन भर भय मुक्त रहने वाले है.
जेठ महीने मे किस किस तारीख को है बुढ़वा मंगल
ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि जेठ महीने का पहला बुढ़वा मंगल 28 जून को है. वही दूसरा 04जून को, तीसरा 11जून को और चौथा 18जून को है.इन तारीखों मे पड़ने वाले मंगलवार को बुढ़वा मंगल कहते है.
बुढ़वा मंगल मे इस विधि से करे पूजा
ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि बुढ़वा मंगल में भगवान बजरंगबली की पूजा विशेष तरीके से की जाती है. बजरंगबली की पूजा अर्चना करते समय बड के 108 पत्ते का माला भगवान बजरंगबली को अर्पण अवश्य करना चाहिए. इसके साथ ही बजरंगबली को चोला और पान का बीड़ा चढ़ाये. इसके साथ ही हनुमान जी की पूजा आराधना करने के बाद साठीका का पाठ अवश्य करें.साठीका का पाठ करने से हर तरह के समस्या से मुक्ति मिल जायेगी और हमेशा भाग्य साथ देगा. जिसके कारण करियर कारोबार में तरक्की होगी और आर्थिक उन्नति भी होगी.