वामा विमर्श मंच ने प्रकृति श्रृंगार के लिये पर्यावरण पर एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया साथ ही नारी के सोलह श्रृंगार की एक स्पर्धा भी आयोजित की।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि लेखिका अपराजिता राजौरिया तथा विशिष्ट अतिथि अंजलि फुले थीं। सोलह श्रृंगार की निर्णायिका थीं प्रो. माॅली कार और अनीता सर्राफ । कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन वामा विमर्श मंच की अध्यक्ष रीमा दीवान चड्ढा का था।आभार सचिव नीलम शुक्ला ने दिया।

कार्यक्रम का शुभारंभ हेमलता मिश्र की गायी सरस्वती वंदना से हुआ।श्रेष्ठ रचनाओं में सुरेखा खरे सिद्धि ,डाॅ.ज्योति गजभिये,रजनी कौशिक,शारदा परांजपे और माॅली कार की रचनाओं को पुरस्कृत किया गया।काव्य पाठ करने वाली अन्य सखियों में अलका देशपांडे , उमा हरगन ,ऋतु असाई ,अर्चना चौरसिया ,डाॅ.शुभांगी वाघ,निर्मला पांडे,मधु गुप्ता, शिवानी सिंह,रूबी दास,आराधना शर्मा,आभा आसुदानी,पूनम मिश्रा,नीरजा ठाकुर आदि शामिल थे। 

सोलह श्रृंगार स्पर्धा में प्रथम विजेता रहीं आभा आसुदानी, द्वितीय व तृतीय स्थान पर क्रमश:अर्चना चौरसिया व लक्ष्मी वर्मा रहीं। अन्य प्रतिभागी सखियां थीं- शिवानी सिंह ,अवंती इंदुरकर,अनीता गायकवाड़,विधि ग्वालानी,जिगिशा शाह,आराधना बूंदीवाल,ऋतु असाई,डाॅ.शुभांगी वाघ ,चैताली मदान और रजनी कौशिक । सभी पुरस्कार रोकड़े ज्वेलर्स की तरफ से प्रायोजित किये गये। रश्मि मिश्रा ने नृत्य प्रस्तुत किया । रेशम मदान और सुजाता दुबे का विशेष सहयोग रहा। आम्रपाली ने कुछ गेम खिलाये। 

उपस्थित सखियों में डाॅ.शालिनी वर्मा,सुविधि जायसवाल,पूनम पढ़िया,नंदा वजीर आदि उपस्थित थीं ।